महाभारतम् — 1.3.58
Original
Segmented
तम् उपाध्यायः प्रत्युवाच अश्विनौ स्तुहि तौ त्वाम् चक्षुष्मन्तम् करिष्यतो देवभिषजाव् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपाध्यायः | उपाध्याय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अश्विनौ | अश्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
स्तुहि | स्तु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
चक्षुष्मन्तम् | चक्षुष्मत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
करिष्यतो | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |
देवभिषजाव् | देवभिषज् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
इति | इति | pos=i |