महाभारतम् — 1.3.43
Original
Segmented
तम् उपाध्यायस् तथा अपि पीवानम् एव दृष्ट्वा पुनः उवाच अहम् ते सर्वम् भैक्षम् गृह्णामि न च अन्यत् चरसि पीवान् असि केन वृत्तिम् कल्पयसि इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपाध्यायस् | उपाध्याय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
पीवानम् | पीवस् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
पुनः | पुनर् | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भैक्षम् | भैक्ष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गृह्णामि | ग्रह् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चरसि | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
पीवान् | पीवस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
केन | केन | pos=i |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कल्पयसि | कल्पय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |