महाभारतम् — 1.3.134
Original
Segmented
तम् उत्तङ्कः प्रत्युवाच भवता अहम् अन्नस्य अशुचि-भावम् आगमय्य प्रत्यनुनीतः प्राक् च ते ऽभिहितम् यस्माद् अदुष्टम् अन्नम् दूषयसि तस्माद् अनपत्यो भविष्यसि इति दुष्टे च अन्ने न एष मम शापो भविष्यति इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तङ्कः | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भवता | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अन्नस्य | अन्न | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अशुचि | अशुचि | pos=a,comp=y |
भावम् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगमय्य | आगमय् | pos=vi |
प्रत्यनुनीतः | प्रत्यनुनी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्राक् | प्राक् | pos=i |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽभिहितम् | अभिधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यस्माद् | यस्मात् | pos=i |
अदुष्टम् | अदुष्ट | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अन्नम् | अन्न | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दूषयसि | दूषय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
अनपत्यो | अनपत्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भविष्यसि | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |
दुष्टे | दुष् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अन्ने | अन्न | pos=n,g=n,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शापो | शाप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |