महाभारतम् — 1.3.132
Original
Segmented
नावनीतम् हृदयम् ब्राह्मणस्य वाचि क्षुरो निहितस् तीक्ष्ण-धारः विपरीतम् एतद् उभयम् क्षत्रियस्य वाङ् नावनीती हृदयम् तीक्ष्ण-धारम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नावनीतम् | नावनीत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ब्राह्मणस्य | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वाचि | वाच् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
क्षुरो | क्षुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निहितस् | निधा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
धारः | धारा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विपरीतम् | विपरीत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उभयम् | उभय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
क्षत्रियस्य | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वाङ् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नावनीती | नावनीत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
धारम् | धारा | pos=n,g=n,c=1,n=s |