महाभारतम् — 1.3.116
Original
Segmented
सा च दृष्ट्वा एव उत्तङ्कम् अभ्युत्थाय अभिवाद्य उवाच स्वागतम् ते भगवन् आज्ञापय किम् करवाणि इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
उत्तङ्कम् | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभ्युत्थाय | अभ्युत्था | pos=vi |
अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्वागतम् | स्वागत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
आज्ञापय | आज्ञापय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करवाणि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |