महाभारतम् — 1.3.108
Original
Segmented
तम् उवाच उत्तङ्कः गुरु-अर्थे कुण्डलाभ्याम् अर्थ्य् आगतो अस्मि इति ये ते क्षत्रियया पिनद्धे कुण्डले ते भवान् दातुम् अर्हति इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उत्तङ्कः | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कुण्डलाभ्याम् | कुण्डल | pos=n,g=n,c=3,n=d |
अर्थ्य् | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आगतो | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
ये | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
क्षत्रियया | क्षत्रिया | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पिनद्धे | पिनह् | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=1,n=d |
ते | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=d |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दातुम् | दा | pos=vi |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |