महाभारतम् — 1.24.12
Original
Segmented
ततः स चक्रे महद् आननम् तदा निषाद-मार्गम् प्रतिरुध्य पक्षिराट् ततो निषादाः त्वरिताः प्रवव्रजुः यतो मुखम् तस्य भुजंगभोजिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चक्रे | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
आननम् | आनन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
निषाद | निषाद | pos=n,comp=y |
मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतिरुध्य | प्रतिरुध् | pos=vi |
पक्षिराट् | पक्षिराज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
निषादाः | निषाद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्वरिताः | त्वरित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रवव्रजुः | प्रव्रज् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
यतो | यतस् | pos=i |
मुखम् | मुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भुजंगभोजिनः | भुजंगभोजिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |