महाभारतम् — 1.223.24
Original
Segmented
द्रोण उवाच इमे मार्जारकाः शुक्र नित्यम् उद्वेजयन्ति नः एतान् कुरुष्व दंष्ट्रासु हव्यवाह स बान्धवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्रोण | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मार्जारकाः | मार्जारक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शुक्र | शुक्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
उद्वेजयन्ति | उद्वेजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
नः | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कुरुष्व | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
दंष्ट्रासु | दंष्ट्र | pos=n,g=f,c=7,n=p |
हव्यवाह | हव्यवाह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स | स | pos=i |
बान्धवान् | बान्धव | pos=n,g=m,c=2,n=p |