महाभारतम् — 1.223.16
Original
Segmented
द्रोण उवाच सूर्यो भूत्वा रश्मिभिः जातवेदो भूमेः अम्भो भूमि-जातान् रसान् च विश्वान् आदाय पुनः उत्सर्ग-काले सृष्ट्वा वृष्ट्या भावयसि इह शुक्र
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्रोण | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सूर्यो | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
रश्मिभिः | रश्मि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
जातवेदो | जातवेदस् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भूमेः | भूमि | pos=n,g=f,c=6,n=s |
अम्भो | अम्भस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भूमि | भूमि | pos=n,comp=y |
जातान् | जन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
रसान् | रस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
विश्वान् | विश्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आदाय | आदा | pos=vi |
पुनः | पुनर् | pos=i |
उत्सर्ग | उत्सर्ग | pos=n,comp=y |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सृष्ट्वा | सृज् | pos=vi |
वृष्ट्या | वृष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
भावयसि | भावय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
इह | इह | pos=i |
शुक्र | शुक्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |