महाभारतम् — 1.222.2
Original
Segmented
शार्ङ्गका ऊचुः न हृतम् तम् वयम् विद्मः श्येनेन आखुम् कथंचन अन्ये ऽपि भवितारो ऽत्र तेभ्यो ऽपि भयम् एव नः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शार्ङ्गका | शार्ङ्गक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
न | न | pos=i |
हृतम् | हृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
विद्मः | विद् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
श्येनेन | श्येन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आखुम् | आखु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कथंचन | कथंचन | pos=i |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
भवितारो | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
ऽत्र | अत्र | pos=i |
तेभ्यो | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |