महाभारतम् — 1.220.16
Original
Segmented
स चिन्तयन्न् अभ्यगच्छद् बहुल-प्रसवान् खगान् शार्ङ्गिकाम् शार्ङ्गको भूत्वा जरिताम् समुपेयिवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चिन्तयन्न् | चिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अभ्यगच्छद् | अभिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
बहुल | बहुल | pos=a,comp=y |
प्रसवान् | प्रसव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
खगान् | खग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शार्ङ्गिकाम् | शार्ङ्गिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शार्ङ्गको | शार्ङ्गक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
जरिताम् | जरिता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
समुपेयिवान् | समुपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |