महाभारतम् — 1.220.1
Original
Segmented
जनमेजय उवाच किमर्थम् शार्ङ्गकान् अग्निः न ददाह तथागते तस्मिन् वने दह्यमाने ब्रह्मन्न् एतद् वद आशु मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किमर्थम् | किमर्थ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
शार्ङ्गकान् | शार्ङ्गक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
ददाह | दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तथागते | तथागत | pos=a,g=n,c=7,n=s |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दह्यमाने | दह् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
ब्रह्मन्न् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वद | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
आशु | आशु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |