महाभारतम् — 1.217.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तौ रथाभ्याम् नर-व्याघ्रौ दावस्य उभयतस् स्थितौ दिक्षु सर्वासु भूतानाम् चक्राते कदनम् महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
रथाभ्याम् | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=d |
नर | नर | pos=n,comp=y |
व्याघ्रौ | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=1,n=d |
दावस्य | दाव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उभयतस् | उभयतस् | pos=i |
स्थितौ | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
दिक्षु | दिश् | pos=n,g=f,c=7,n=p |
सर्वासु | सर्व | pos=n,g=f,c=7,n=p |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
चक्राते | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
कदनम् | कदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |