महाभारतम् — 1.215.2
Original
Segmented
ब्राह्मणो बहु-भोक्ता अस्मि भुञ्जे ऽपरिमितम् सदा भिक्षे वार्ष्णेय-पार्थौ वाम् एकाम् तृप्तिम् प्रयच्छताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
भोक्ता | भोक्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भुञ्जे | भुज् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ऽपरिमितम् | अपरिमित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
भिक्षे | भिक्ष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वार्ष्णेय | वार्ष्णेय | pos=n,comp=y |
पार्थौ | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=d |
वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=d |
एकाम् | एक | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तृप्तिम् | तृप्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रयच्छताम् | प्रयम् | pos=v,p=3,n=d,l=lot |