Original

रौक्मिणेयश्च साम्बश्च क्षीबौ समरदुर्मदौ ।दिव्यमाल्याम्बरधरौ विजह्रातेऽमराविव ॥ ९ ॥

Segmented

रौक्मिणेयः च साम्बः च क्षीबौ समर-दुर्मदौ दिव्य-माल्य-अम्बर-धरौ विजह्राते अमरौ इव

Analysis

Word Lemma Parse
रौक्मिणेयः रौक्मिणेय pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
साम्बः साम्ब pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
क्षीबौ क्षीब pos=a,g=m,c=1,n=d
समर समर pos=n,comp=y
दुर्मदौ दुर्मद pos=a,g=m,c=1,n=d
दिव्य दिव्य pos=a,comp=y
माल्य माल्य pos=n,comp=y
अम्बर अम्बर pos=n,comp=y
धरौ धर pos=a,g=m,c=1,n=d
विजह्राते विहृ pos=v,p=3,n=d,l=lit
अमरौ अमर pos=n,g=m,c=1,n=d
इव इव pos=i