Original

स त्वमर्जुन कल्याणीं प्रसह्य भगिनीं मम ।हर स्वयंवरे ह्यस्याः को वै वेद चिकीर्षितम् ॥ २३ ॥

Segmented

स त्वम् अर्जुन कल्याणीम् प्रसह्य भगिनीम् मम हर स्वयंवरे हि अस्याः को वै वेद चिकीर्षितम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
अर्जुन अर्जुन pos=n,g=m,c=8,n=s
कल्याणीम् कल्याण pos=a,g=f,c=2,n=s
प्रसह्य प्रसह् pos=vi
भगिनीम् भगिनी pos=n,g=f,c=2,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
हर हृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
स्वयंवरे स्वयंवर pos=n,g=m,c=7,n=s
हि हि pos=i
अस्याः इदम् pos=n,g=f,c=6,n=s
को pos=n,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
वेद वेद pos=n,g=m,c=8,n=s
चिकीर्षितम् चिकीर्षित pos=n,g=n,c=2,n=s