महाभारतम् — 1.21.16
Original
Segmented
महद् यशः त्वम् इति सदा अभिपूज्यसे मनीषिभिः मुदित-मनाः महा-ऋषिभिः अभिष्टुतः पिबसि च सोमम् अध्वरे वषट्कृतानि अपि च हवींषि भूतये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
अभिपूज्यसे | अभिपूजय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
मनीषिभिः | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
मुदित | मुद् | pos=va,comp=y,f=part |
मनाः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषिभिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अभिष्टुतः | अभिष्टु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पिबसि | पा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
सोमम् | सोम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अध्वरे | अध्वर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वषट्कृतानि | वषट्कृ | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
हवींषि | हविस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
भूतये | भूति | pos=n,g=f,c=4,n=s |