महाभारतम् — 1.208.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततः समुद्रे तीर्थानि दक्षिणे भरत-ऋषभः अभ्यगच्छत् सु पुण्यानि शोभितानि तपस्विभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततः | ततस् | pos=i |
समुद्रे | समुद्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तीर्थानि | तीर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=p |
दक्षिणे | दक्षिण | pos=a,g=m,c=7,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अभ्यगच्छत् | अभिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सु | सु | pos=i |
पुण्यानि | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=p |
शोभितानि | शोभय् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
तपस्विभिः | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |