Original

याचे त्वामभिकामाहं तस्मात्कुरु मम प्रियम् ।स त्वमात्मप्रदानेन सकामां कर्तुमर्हसि ॥ ३२ ॥

Segmented

याचे त्वाम् अभिकामा अहम् तस्मात् कुरु मम प्रियम् स त्वम् आत्म-प्रदाना स कामाम् कर्तुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
याचे याच् pos=v,p=1,n=s,l=lat
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
अभिकामा अभिकाम pos=a,g=f,c=1,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
तस्मात् तस्मात् pos=i
कुरु कृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
प्रियम् प्रिय pos=a,g=n,c=2,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
आत्म आत्मन् pos=n,comp=y
प्रदाना प्रदान pos=n,g=n,c=3,n=s
pos=i
कामाम् काम pos=n,g=f,c=2,n=s
कर्तुम् कृ pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat