महाभारतम् — 1.206.27
Original
Segmented
परित्राणम् च कर्तव्यम् आर्तानाम् पृथु-लोचन कृत्वा मम परित्राणम् तव धर्मो न लुप्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परित्राणम् | परित्राण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
आर्तानाम् | आर्त | pos=a,g=m,c=6,n=p |
पृथु | पृथु | pos=a,comp=y |
लोचन | लोचन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
परित्राणम् | परित्राण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
लुप्यते | लुप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |