महाभारतम् — 1.205.23
Original
Segmented
सो ऽभिवाद्य गुरून् सर्वान् तैः च अपि प्रतिनन्दितः धर्मराजम् उवाच इदम् व्रतम् आदिश्यताम् मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
गुरून् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
प्रतिनन्दितः | प्रतिनन्द् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्मराजम् | धर्मराज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
व्रतम् | व्रत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आदिश्यताम् | आदिश् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |