महाभारतम् — 1.205.21
Original
Segmented
सो ऽनुसृत्य महा-बाहुः धन्वी वर्मी रथी ध्वजी शरैः विध्वंसितान् चोरान् अवजित्य च तद् धनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुसृत्य | अनुसृ | pos=vi |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बाहुः | बाहु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धन्वी | धन्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वर्मी | वर्मिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
रथी | रथिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ध्वजी | ध्वजिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विध्वंसितान् | विध्वंसय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
चोरान् | चोर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अवजित्य | अवजि | pos=vi |
च | च | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |