Original

सा विग्रहवतीव श्रीः कान्तरूपा वपुष्मती ।जहार सर्वभूतानां चक्षूंषि च मनांसि च ॥ १६ ॥

Segmented

सा विग्रहवती इव श्रीः कान्त-रूपा वपुष्मती जहार सर्व-भूतानाम् चक्षूंषि च मनांसि च

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
विग्रहवती विग्रहवत् pos=a,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
श्रीः श्री pos=n,g=f,c=1,n=s
कान्त कान्त pos=a,comp=y
रूपा रूप pos=n,g=f,c=1,n=s
वपुष्मती वपुष्मत् pos=a,g=f,c=1,n=s
जहार हृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
सर्व सर्व pos=n,comp=y
भूतानाम् भूत pos=n,g=n,c=6,n=p
चक्षूंषि चक्षुस् pos=n,g=n,c=2,n=p
pos=i
मनांसि मनस् pos=n,g=n,c=2,n=p
pos=i