महाभारतम् — 1.202.18
Original
Segmented
मथितैः आश्रमैः भग्नैः विकीर्ण-कलश-स्रुवैः शून्यम् आसीत् जगत् सर्वम् कालेन इव हतम् यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मथितैः | मथ् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
आश्रमैः | आश्रम | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भग्नैः | भञ्ज् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
विकीर्ण | विकृ | pos=va,comp=y,f=part |
कलश | कलश | pos=n,comp=y |
स्रुवैः | स्रुव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शून्यम् | शून्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कालेन | काल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
हतम् | हन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यथा | यथा | pos=i |