महाभारतम् — 1.201.29
Original
Segmented
अकाल-कौमुदीम् च एव चक्रतुः सार्वकामिकीम् दैत्य-इन्द्रौ परम-प्रीतौ तयोः च एव सुहृद्-जनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अकाल | अकाल | pos=n,comp=y |
कौमुदीम् | कौमुदी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
चक्रतुः | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
सार्वकामिकीम् | सार्वकामिक | pos=a,g=f,c=2,n=s |
दैत्य | दैत्य | pos=n,comp=y |
इन्द्रौ | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=d |
परम | परम | pos=a,comp=y |
प्रीतौ | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |