महाभारतम् — 1.2.7
Original
Segmented
तेषाम् समीपे यो देशो ह्रदानाम् रुधिर-अम्भसाम् समन्तपञ्चकम् इति पुण्यम् तत् परिकीर्तितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
समीपे | समीप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देशो | देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ह्रदानाम् | ह्रद | pos=n,g=n,c=6,n=p |
रुधिर | रुधिर | pos=n,comp=y |
अम्भसाम् | अम्भस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
समन्तपञ्चकम् | समन्तपञ्चक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
परिकीर्तितम् | परिकीर्तय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |