महाभारतम् — 1.2.30
Original
Segmented
विचित्र-अर्थ-पद-आख्यानम् अनेक-समय-अन्वितम् अभिपन्नम् नरैः प्राज्ञैः वैराग्यम् इव मोक्षिभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विचित्र | विचित्र | pos=a,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
पद | पद | pos=n,comp=y |
आख्यानम् | आख्यान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
समय | समय | pos=n,comp=y |
अन्वितम् | अन्वित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अभिपन्नम् | अभिपद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
नरैः | नर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
वैराग्यम् | वैराग्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
मोक्षिभिः | मोक्षिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |