Original

श्रुत्वा त्विदमुपाख्यानं श्राव्यमन्यन्न रोचते ।पुंस्कोकिलरुतं श्रुत्वा रूक्षा ध्वाङ्क्षस्य वागिव ॥ २३६ ॥

Segmented

श्रुत्वा तु इदम् उपाख्यानम् श्राव्यम् अन्यन् न रोचते पुंस्कोकिल-रुतम् श्रुत्वा रूक्षा ध्वाङ्क्षस्य वाग् इव

Analysis

Word Lemma Parse
श्रुत्वा श्रु pos=vi
तु तु pos=i
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
उपाख्यानम् उपाख्यान pos=n,g=n,c=2,n=s
श्राव्यम् श्रावय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
अन्यन् अन्य pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
रोचते रुच् pos=v,p=3,n=s,l=lat
पुंस्कोकिल पुंस्कोकिल pos=n,comp=y
रुतम् रुत pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
रूक्षा रूक्ष pos=a,g=f,c=1,n=s
ध्वाङ्क्षस्य ध्वाङ्क्ष pos=n,g=m,c=6,n=s
वाग् वाच् pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i