महाभारतम् — 1.2.232
Original
Segmented
स्वर्गपर्व ततो ज्ञेयम् दिव्यम् यत् तद् अमानुषम् अध्यायाः पञ्च संख्याताः पर्व एतत् अभिसंख्यया श्लोकानाम् द्वे शते च एव प्रसंख्याते तपोधनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वर्गपर्व | स्वर्गपर्वन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ज्ञेयम् | ज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अमानुषम् | अमानुष | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अध्यायाः | अध्याय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
संख्याताः | संख्या | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पर्व | पर्वन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अभिसंख्यया | अभिसंख्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
श्लोकानाम् | श्लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
द्वे | द्वि | pos=n,g=n,c=1,n=d |
शते | शत | pos=n,g=n,c=1,n=d |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
प्रसंख्याते | प्रसंख्या | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
तपोधनाः | तपोधन | pos=a,g=m,c=8,n=p |