महाभारतम् — 1.2.217
Original
Segmented
ददर्श नारदम् यत्र धर्मराजो युधिष्ठिरः नारदात् च एव शुश्राव वृष्णीनाम् कदनम् महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नारदम् | नारद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
धर्मराजो | धर्मराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नारदात् | नारद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
शुश्राव | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वृष्णीनाम् | वृष्णि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
कदनम् | कदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |