Original

तत आश्रमवासाक्यं पर्व पञ्चदशं स्मृतम् ।यत्र राज्यं परित्यज्य गान्धारीसहितो नृपः ।धृतराष्ट्राश्रमपदं विदुरश्च जगाम ह ॥ २१२ ॥

Segmented

तत आश्रमवासाक्यम् पर्व पञ्चदशम् यत्र राज्यम् परित्यज्य गान्धारी-सहितः नृपः धृतराष्ट्र-आश्रम-पदम् विदुरः च जगाम ह

Analysis

Word Lemma Parse
तत ततस् pos=i
आश्रमवासाक्यम् पर्वन् pos=n,g=n,c=1,n=s
पर्व पञ्चदश pos=a,g=n,c=1,n=s
पञ्चदशम् स्मृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
यत्र यत्र pos=i
राज्यम् राज्य pos=n,g=n,c=2,n=s
परित्यज्य परित्यज् pos=vi
गान्धारी गान्धारी pos=n,comp=y
सहितः सहित pos=a,g=m,c=1,n=s
नृपः नृप pos=n,g=m,c=1,n=s
धृतराष्ट्र धृतराष्ट्र pos=n,comp=y
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=2,n=s
विदुरः विदुर pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i