महाभारतम् — 1.2.192
Original
Segmented
यत्र तान् क्षत्रियाञ् शूरान् दिष्टान्तान् अनिवर्तिनः पुत्रान् भ्रातॄन् पितॄन् च एव ददृशुः निहतान् रणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्र | यत्र | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
क्षत्रियाञ् | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शूरान् | शूर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दिष्टान्तान् | दिष्टान्त | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अनिवर्तिनः | अनिवर्तिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पितॄन् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
ददृशुः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
निहतान् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |