महाभारतम् — 1.2.170
Original
Segmented
प्रयाणे परुषः च अत्र संवादः कर्ण-शल्ययोः हंसकाकीयम् आख्यानम् अत्र एव आक्षेप-संहितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रयाणे | प्रयाण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
परुषः | परुष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
संवादः | संवाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्ण | कर्ण | pos=n,comp=y |
शल्ययोः | शल्य | pos=n,g=m,c=6,n=d |
हंसकाकीयम् | हंसकाकीय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आख्यानम् | आख्यान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
एव | एव | pos=i |
आक्षेप | आक्षेप | pos=n,comp=y |
संहितम् | संधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |