महाभारतम् — 1.2.163
Original
Segmented
हते ऽभिमन्यौ क्रुद्धेन यत्र पार्थेन संयुगे अक्षौहिणीः सप्त हत्वा हतो राजा जयद्रथः संशप्तक-अवशेषम् च कृतम् निःशेषम् आहवे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हते | हन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ऽभिमन्यौ | अभिमन्यु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्रुद्धेन | क्रुध् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
यत्र | यत्र | pos=i |
पार्थेन | पार्थ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अक्षौहिणीः | अक्षौहिणी | pos=n,g=f,c=2,n=p |
सप्त | सप्तन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हत्वा | हन् | pos=vi |
हतो | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जयद्रथः | जयद्रथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संशप्तक | संशप्तक | pos=n,comp=y |
अवशेषम् | अवशेष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
निःशेषम् | निःशेष | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |