महाभारतम् — 1.2.157
Original
Segmented
शिखण्डिनम् पुरस्कृत्य यत्र पार्थो महा-धनुः विनिघ्नन् निशितैः बाणै रथाद् भीष्मम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिखण्डिनम् | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
यत्र | यत्र | pos=i |
पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनिघ्नन् | विनिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
बाणै | रथ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
रथाद् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भीष्मम् | पातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |