महाभारतम् — 1.2.156
Original
Segmented
कश्मलम् यत्र पार्थस्य वासुदेवो महामतिः मोह-जम् नाशयामास हेतुभिः मोक्ष-दर्शनैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कश्मलम् | कश्मल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वासुदेवो | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महामतिः | महामति | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मोह | मोह | pos=n,comp=y |
जम् | ज | pos=a,g=n,c=2,n=s |
नाशयामास | नाशय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हेतुभिः | हेतु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मोक्ष | मोक्ष | pos=n,comp=y |
दर्शनैः | दर्शन | pos=n,g=m,c=3,n=p |