महाभारतम् — 1.2.115
Original
Segmented
ततः श्येनकपोतीयम् उपाख्यानम् अनन्तरम् इन्द्रो ऽग्निः यत्र धर्मः च अजिज्ञासञ् शिबिम् नृपम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
श्येनकपोतीयम् | श्येनकपोतीय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
उपाख्यानम् | उपाख्यान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अनन्तरम् | अनन्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इन्द्रो | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
धर्मः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अजिज्ञासञ् | अजिज्ञासत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शिबिम् | शिबि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नृपम् | नृप | pos=n,g=m,c=2,n=s |