महाभारतम् — 1.192.3
Original
Segmented
यः शल्यम् मद्र-राजानम् उत्क्षिप्य अभ्रामयत् बली त्रासय् च अपि संक्रुद्धो वृक्षेण पुरुषान् रणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शल्यम् | शल्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मद्र | मद्र | pos=n,comp=y |
राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्क्षिप्य | उत्क्षिप् | pos=vi |
अभ्रामयत् | भ्रामय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
बली | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्रासय् | त्रासय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
संक्रुद्धो | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वृक्षेण | वृक्ष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पुरुषान् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |