Original

चन्द्रवृद्धिक्षयवशादुद्वृत्तोर्मिदुरासदम् ।पाञ्चजन्यस्य जननं रत्नाकरमनुत्तमम् ॥ १० ॥

Segmented

चन्द्र-वृद्धि-क्षय-वशात् उद्वृत्त-ऊर्मि-दुरासदम् पाञ्चजन्यस्य जननम् रत्न-आकरम् अनुत्तमम्

Analysis

Word Lemma Parse
चन्द्र चन्द्र pos=n,comp=y
वृद्धि वृद्धि pos=n,comp=y
क्षय क्षय pos=n,comp=y
वशात् वश pos=n,g=m,c=5,n=s
उद्वृत्त उद्वृत् pos=va,comp=y,f=part
ऊर्मि ऊर्मि pos=n,comp=y
दुरासदम् दुरासद pos=a,g=m,c=2,n=s
पाञ्चजन्यस्य पाञ्चजन्य pos=n,g=m,c=6,n=s
जननम् जनन pos=a,g=m,c=2,n=s
रत्न रत्न pos=n,comp=y
आकरम् आकर pos=n,g=m,c=2,n=s
अनुत्तमम् अनुत्तम pos=a,g=m,c=2,n=s