महाभारतम् — 1.188.6
Original
Segmented
व्यास उवाच अस्मिन् धर्मे विप्रलम्भे लोक-वेद-विरोधके यस्य यस्य मतम् यद् यत् श्रोतुम् इच्छामि तस्य तत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विप्रलम्भे | विप्रलम्भ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
विरोधके | विरोधक | pos=a,g=m,c=7,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मतम् | मत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |