Original

युधिष्ठिर उवाच ।सर्वेषां द्रौपदी राजन्महिषी नो भविष्यति ।एवं हि व्याहृतं पूर्वं मम मात्रा विशां पते ॥ २२ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच सर्वेषाम् द्रौपदी राजन् महिषी नो भविष्यति एवम् हि व्याहृतम् पूर्वम् मम मात्रा विशाम् पते

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सर्वेषाम् सर्व pos=n,g=m,c=6,n=p
द्रौपदी द्रौपदी pos=n,g=f,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
महिषी महिषी pos=n,g=f,c=1,n=s
नो मद् pos=n,g=,c=6,n=p
भविष्यति भू pos=v,p=3,n=s,l=lrt
एवम् एवम् pos=i
हि हि pos=i
व्याहृतम् व्याहृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
पूर्वम् पूर्वम् pos=i
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मात्रा मातृ pos=n,g=f,c=3,n=s
विशाम् विश् pos=n,g=f,c=6,n=p
पते पति pos=n,g=m,c=8,n=s