Original

काम्यं रूपं हि पाञ्चाल्या विधात्रा विहितं स्वयम् ।बभूवाधिकमन्याभ्यः सर्वभूतमनोहरम् ॥ १३ ॥

Segmented

काम्यम् रूपम् हि पाञ्चाल्या विधात्रा विहितम् स्वयम् बभूव अधिकम् अन्याभ्यः सर्व-भूत-मनोहरम्

Analysis

Word Lemma Parse
काम्यम् काम्य pos=a,g=n,c=1,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=1,n=s
हि हि pos=i
पाञ्चाल्या पाञ्चाली pos=n,g=f,c=6,n=s
विधात्रा विधातृ pos=n,g=m,c=3,n=s
विहितम् विधा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
स्वयम् स्वयम् pos=i
बभूव भू pos=v,p=3,n=s,l=lit
अधिकम् अधिक pos=a,g=n,c=1,n=s
अन्याभ्यः अन्या pos=n,g=f,c=5,n=p
सर्व सर्व pos=n,comp=y
भूत भूत pos=n,comp=y
मनोहरम् मनोहर pos=a,g=n,c=1,n=s