महाभारतम् — 1.18.3
Original
Segmented
विनता उवाच श्वेत एव अश्वराजः ऽयम् किम् वा त्वम् मन्यसे शुभे ब्रूहि वर्णम् त्वम् अपि अस्य ततो ऽत्र विपण-आवहे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विनता | विनता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्वेत | श्वेत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
अश्वराजः | अश्वराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
वर्णम् | वर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽत्र | अत्र | pos=i |
विपण | विपण | pos=n,comp=y |
आवहे | आवह | pos=a,g=m,c=7,n=s |