महाभारतम् — 1.176.5
Original
Segmented
स्वाध्यायवन्तः शुचयो मधुराः प्रिय-वादिनः आनुपूर्व्येण सम्प्राप्ताः पाञ्चालान् कुरु-नन्दनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वाध्यायवन्तः | स्वाध्यायवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
शुचयो | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मधुराः | मधुर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
वादिनः | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
आनुपूर्व्येण | आनुपूर्व्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सम्प्राप्ताः | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पाञ्चालान् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
नन्दनाः | नन्दन | pos=n,g=m,c=1,n=p |