महाभारतम् — 1.174.4
Original
Segmented
त्वे एव तावत् तिष्ठन्तु हया गन्धर्व-सत्तम कर्म-काले ग्रहीष्यामि स्वस्ति ते अस्तु इति च अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वे | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
एव | एव | pos=i |
तावत् | तावत् | pos=i |
तिष्ठन्तु | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
हया | हय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ग्रहीष्यामि | ग्रह् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
च | च | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |