महाभारतम् — 1.17.23
Original
Segmented
दहत् क्वचिज् ज्वलन इव अवलेलिह् प्रसह्य तान् असुर-गणान् न्यकृन्तत प्रवेरितम् वियति मुहुः क्षितौ तदा पपौ रणे रुधिरम् अथो पिशाच-वत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दहत् | दह् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
क्वचिज् | क्वचिद् | pos=i |
ज्वलन | ज्वलन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अवलेलिह् | अवलेलिह् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
प्रसह्य | प्रसह् | pos=vi |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न्यकृन्तत | निकृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रवेरितम् | प्रवेरित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
वियति | वियन्त् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
क्षितौ | क्षिति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
पपौ | पा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रुधिरम् | रुधिर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अथो | अथो | pos=i |
पिशाच | पिशाच | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |