Original

स कदाचिद्वनं राजा मृगयां निर्ययौ पुरात् ।मृगान्विध्यन्वराहांश्च चचार रिपुमर्दनः ॥ २ ॥

Segmented

स कदाचिद् वनम् राजा मृगयाम् निर्ययौ पुरात् मृगान् विध्यन् वराहान् च चचार रिपु-मर्दनः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कदाचिद् कदाचिद् pos=i
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
मृगयाम् मृगया pos=n,g=f,c=2,n=s
निर्ययौ निर्या pos=v,p=3,n=s,l=lit
पुरात् पुर pos=n,g=n,c=5,n=s
मृगान् मृग pos=n,g=m,c=2,n=p
विध्यन् व्यध् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
वराहान् वराह pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
चचार चर् pos=v,p=3,n=s,l=lit
रिपु रिपु pos=n,comp=y
मर्दनः मर्दन pos=a,g=m,c=1,n=s