महाभारतम् — 1.163.1
Original
Segmented
वसिष्ठ उवाच या एषा ते तपती नाम सावित्री-अवरजा सुता ताम् त्वाम् संवरणस्य अर्थे वरयामि विभावसो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वसिष्ठ | वसिष्ठ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तपती | तपती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नाम | नाम | pos=i |
सावित्री | सावित्री | pos=n,comp=y |
अवरजा | अवरजा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सुता | सुता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
संवरणस्य | संवरण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वरयामि | वरय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विभावसो | विभावसु | pos=n,g=m,c=8,n=s |