Original

गान्धर्वेण च मां भीरु विवाहेनैहि सुन्दरि ।विवाहानां हि रम्भोरु गान्धर्वः श्रेष्ठ उच्यते ॥ १३ ॥

Segmented

गान्धर्वेण च माम् भीरु विवाहेन एहि सुन्दरि विवाहानाम् हि रम्भा-ऊरु गान्धर्वः श्रेष्ठ उच्यते

Analysis

Word Lemma Parse
गान्धर्वेण गान्धर्व pos=a,g=m,c=3,n=s
pos=i
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
भीरु भीरु pos=a,g=f,c=8,n=s
विवाहेन विवाह pos=n,g=m,c=3,n=s
एहि pos=v,p=2,n=s,l=lot
सुन्दरि सुन्दरी pos=n,g=f,c=8,n=s
विवाहानाम् विवाह pos=n,g=m,c=6,n=p
हि हि pos=i
रम्भा रम्भा pos=n,comp=y
ऊरु ऊरु pos=n,g=f,c=8,n=s
गान्धर्वः गान्धर्व pos=a,g=m,c=1,n=s
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=1,n=s
उच्यते वच् pos=v,p=3,n=s,l=lat