महाभारतम् — 1.160.7
Original
Segmented
विवस्वतो वै कौन्तेय सावित्री-अवरजा विभो विश्रुता त्रिषु लोकेषु तपती तपसा युता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विवस्वतो | विवस्वन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वै | वै | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सावित्री | सावित्री | pos=n,comp=y |
अवरजा | अवरजा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
विश्रुता | विश्रु | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
तपती | तपती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
युता | युत | pos=a,g=f,c=1,n=s |